Friday 15 July 2011

बेवफा आशिक,कातिल किन्नर और परेशान पुलिस

चकरभाठा पुलिस को २ जुलाई को खबर मिली की उसलापुर के पास एक बंद मकान से काफी तेज बदबू आ रही है...सूचना पर मौक़ा-ऐ-वारदात पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश के बाद बंद मकान का  ताला तुडवाया और भीतर जो देखा वो बेहद घिनौना था....भीतर चादर से ढंकी एक लाश जिस पर कीड़ो ने कब्जा जमा लिया था पड़ी हुई थी ...विवेचना के दौरान पहली नजर में ये साफ़ हो गया की लाश कम से कम तीन दिन पुरानी है...तेज दुर्गन्ध के बीच ये भी कोशिशे जारी थी की आखिर लाश किसकी है...? कुछ ही देर में पुलिस ने ये भी पता लगा लिया की मरने वाला जार्ज नाम का शख्स है...इधर कमरे के भीतर पड़ी लाश की शिनाख्तगी होते ही पुलिस के सामने सारी की सारी कहानी खुली किताब की तरह थी...पुलिस ने मकान मालकिन यानी शकीला किन्नर की तलाश शुरू की तो पता चला की वो दो दिन से यहाँ आई ही नही है...पुलिस को लोगो ने मृतक और शकीला के रिश्तो के बारे में बताया फिर ये खबर भी मिल गई की शकीला का भांजा जयराम और दिलहरण हत्याकांड की कुछ परतो से पर्दा उठा सकते है,सो पुलिस ने जयराम को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की सारी कहानी चंद मिनटों में समझ आ गई...
                           दरअसल मृतक जार्ज,शकीला किन्नर का ऑटो चलाता था...इसी बीच किन्नर शकीला से उसके नाजायज रिश्ते बन गए जिसे प्यार का नाम देकर हवस पूरी की जाती रही...इधर वक्त के साथ जार्ज का मन शकीला से उबने लगा था...जो अधिकाँश वक्त शकीला की बांहों में गुजारता वो कई-कई दिनों तक उसका दीदार करने से बचने लगा...जार्ज शकीला की खुबसूरत अदाओं दीवाना जरुर था मगर जिन्दगी भर का साथ वो किसी और के साथ चाहता था....जब शकीला को जार्ज की बदली बदली बातें और आचरण में रूखापन नजर आया तो वो हकीकत जान्ने की कोशिश में जुट गई...हकीकत सामने आई तो शकीला के पैरो टेल की जमीन खिसक गई...उसे मालुम हुआ की वो जिस जार्ज से मोहब्बत करती है वो किसी और की चाहत में सड़क नाप रहा है तो उसने उसे रास्ते से हटाने की योजना बना ली...पुलिस की पकड़ में आ चुके शकीला के भांजे जयराम ने बताया की २९ तारीख की रात शकीला ने जार्ज को घर बुलाया,इसके बाद दोनों ने जमकर शराब पी...इसी बीच दोनों के झगडे का शोर पड़ोस तक सुनाई पड़ने लगा...लोगो ने उस शोर को इसलिए नजरअंदाज कर दिया क्यूंकि अक्सर दोनों के बीच लड़ाई हुआ करती थी...
                    आशिक की बेवफाई में पागल शकीला देखते ही देखते जुर्म की दुनिया से रिश्तेदारी कर बैठी...शराब के नशे में चूर शकीला ने पास रखी टंगिया उठाई और जार्ज पर तब-तक हमला करती रही जब तक उसकी साँसे नही छुट गई...इसके बाद लाश को भांजे की मदद से पलंग के नीचे छिपाकर दोनों ने वहीँ रात काट दी...सुबह होते ही शकीला मकान में ताला बंद कर कहीं निकाल गई...बंद कमरे के भीतर रखी लाश जब सड़ गई  तो लोगो को खबर हुई और पुलिस बुलवाई गई...पुलिस ने क़त्ल का मामला दर्ज कर जयराम को २ जुलाई को ही पकड़ लिया था मगर शहर और आस-पास कई ठिकानों पर दबिश देने के बावजूद शकीला का अबतक कोई सुराग नही मिल सका है....शकीला के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे चुकी पुलिस दुसरे प्रान्तों में संपर्क कर रही है और शकीला की तस्वीरे कई पुलिस थानों में भेज दी गई है...
                                                      इस हत्याकांड ने एक बार फिर प्यार के नाम पर हवस मिटाने वाले नाजायज रिश्तो की परिणिति सामने ला दी है...इस मामले में मैंने आस-पास रहने वाले कुछ लोगो से बातचीत भी की,सबका यही कहना था की शारीरिक भूख तो शकीला किसी से भी मिटा सकती थी मगर उसने जार्ज से प्यार किया था और अक्सर वो उसके बदलते मिजाज से परेशान रहती थी... किन्नर शकीला की दास्ताने मोहब्बत भले ही समाज कबूल नही करता मगर आशिक की बेवफाई से खफा शकीला ने क़त्ल करके जुर्म की काली किताब में अपना नाम जरुर लिखवा लिया है....पुलिस शकीला को तलाश रही है और शकीला अपनी जमात में छिपने के ठिकानों की तलाश में यहाँ वहां भाग रही है.....मगर कब तक....क्योंकि गुनाह बाकी है....!!!!    

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